Kumar Vishwas Poem | ये इतने लोग कहाँ जाते हैं सुबह-सुबह

शेयर करें!Kumar Vishwas Poem की यह कविता “ये इतने लोग कहाँ जाते हैं सुबह-सुबह” एक best poem in hindi में से ली गई है। कुमार विश्वास की कविता आपको जरूर पसंद आएगी। ये इतने लोग कहाँ जाते हैं सुबह-सुबह?ढेर सी चमक-चहक चेहरे पे लटकाए हुएहंसी को बेचकर बेमोल वक़्त के हाथोंशाम तक उन ही थक़ानो … Continue reading Kumar Vishwas Poem | ये इतने लोग कहाँ जाते हैं सुबह-सुबह