मैं नारी हूँ हिंदी कविता | Hindi Poem on Woman

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Hindi Poem on Woman आज की हिंदी कविता नारी पर लिखी गई है। Nari shakti poem in hindi यह हिंदी की कविता आपको जरूर पसंद आएगी।



Hindi Poem on Woman

Hindi Poem on Woman
Hindi Poem on Woman

मैं नारी हूँ
अबला, बेचारी ना समझना।

मुझसे ही तू जन्मा है
मैं ही जीत हूँ
मैं ही हार हूँ
आग की अंगार हूँ
पानी जैसी शीतल मैं हूँ।

तेरे आज में मैं हूँ
तेरे कल में मैं हूँ
तेरा काल भी मैं ही हूँ।

महिसासुर जो बनो गए
काली का रूप मैं हूँ
ना कर अनादर मेरा
लक्ष्मी का रूप मैं हूँ
शिव की शक्ति मैं हूँ।

प्यार के लिए जीती हूँ
अपनी खुद की तलाश में मैं हूँ
अस्तिव की खोज में मैं हूँ
प्यार से मांगो गए
जान देदुंगी।

मां का प्यार भी मैं ही हूँ
बहन का दुलार भी मैं ही हूँ
लक्ष्मी की तरह जानी जाती हूँ
हा मैं नारी हूँ।


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दोस्तों, आपको यह New hindi poem जो औरत पर लिखी गई है कैसी लगी हमें जरूर बताएं। ऐसे ही और inspiring poem in hindi, hindi poems पढ़ने के लिए shayaribell.com को follow जरूर करें।  
धन्यवाद!


Image credit:- Canva.com


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